The Fact About shiv bhajans That No One Is Suggesting
Shiva Tandava or even the celestial dance of Lord Siva is amazingly thrilling and charming, exquisitely graceful in pose and rhythm and intensely piercing in effect.
डमड्डमड्डमड्डमन्निनाद वड्डमर्वयं चकारचण्डताण्डवं तनोतु नः शिव: शिवम् ॥१॥
रोहिणी शकट भेदन, दशरथ रचित शनि स्तोत्र कथा
द्धनञ्जयाहुतीकृतप्रचण्डपञ्चसायके ।
आफ्ना हातहरूलाई जतिबेला पनि बाँधी आफ्नो शिरमा राखेर,
हिंदू धर्म में पूजा से पहले संकल्प क्यों लिया जाता है?
श्रियै चिराय जायतां चकोरबन्धुशेखरः ॥५॥
शिव भजन
Pandam would be the dance once the destruction in the 3 towns, carrying the ashes of These towns. Kodu or Kapalam could be the dance holding Brahma’s head inside the hand. Samhara is definitely the dance at the time of dissolution or Pralaya.
जो अपनी करुणा दृष्टि से असाधारण आपदा को नियंत्रित करते हैं, जो सर्वत्र व्याप्त है,
जुन भव्य आकाशमा गोल–गोल घुमिरहेको नागको श्वासले गर्दा फैलिएको हो,
शिवको विशाल निधारमा अग्नि प्रज्ज्वलित छ,
ध्वनिक्रमप्रवर्तित here प्रचण्डताण्डवः शिवः ॥११॥
निलिम्पनिर्झरीधरस्तनोतु कृत्तिसिन्धुरः